पात्रों को नहीं मिल रहा आयुष्मान योजना का लाभ

मेट्रो मत न्यूज़ ( चेतन शर्मा नोएडा ) नोएडा गौतम बुद्ध नगर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयुष्मान योजना के तहत गरीब, बुजुर्ग, विकलांग और कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं, लेकिन सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही के कारण पात्र लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। गौतमबुद्ध नगर के सेक्टर 33 स्थित जिला अस्पताल में आयुष्मान कार्ड बनवाने वाले लोग धक्के खा रहे हैं।
पीड़ित ने बताया कि उनका आयुष्मान कार्ड पिछले 10 महीनों से लंबित है। पत्रकार एवं उनकी बेटी का कार्ड पहले ही बन चुका है, लेकिन पत्नी और बेटे के कार्ड अब तक लंबित हैं। जब जिला अस्पताल के अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो उन्होंने संबंधित कर्मचारी को लखनऊ मुख्यालय मेल करने की बात कहकर टाल दिया। यह हाल तब है जब शासन द्वारा फैमिली कोड जारी कर पात्रता की पुष्टि कर दी गई है। सवाल यह उठता है कि जब प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री लाखों लोगों को इस योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधा दिलाने का दावा कर रहे हैं, तो जमीनी स्तर पर लापरवाही क्यों हो रही है। पात्रों को लाभ न मिलना और कार्यालयों के चक्कर लगाना, सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। इस मामले में जिला अस्पताल के अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर क्यों पात्र लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है? क्या सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही के कारण पात्र लोगों को परेशानी हो रही है? इन सवालों का जवाब जल्द से जल्द मिलना जरूरी है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयुष्मान योजना के तहत गरीब, बुजुर्ग, विकलांग और कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं, लेकिन सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही के कारण पात्र लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। गौतमबुद्ध नगर के सेक्टर 33 स्थित जिला अस्पताल में आयुष्मान कार्ड बनवाने वाले लोग धक्के खा रहे हैं। एक पात्र पत्रकार ने बताया कि उनका आयुष्मान कार्ड पिछले 10 महीनों से लंबित है। पत्रकार एवं उनकी बेटी का कार्ड पहले ही बन चुका है, लेकिन पत्नी और बेटे के कार्ड अब तक लंबित हैं। जब जिला अस्पताल के अधिकारियों से संपर्क किया गया, तो उन्होंने संबंधित कर्मचारी को लखनऊ मुख्यालय मेल करने की बात कहकर टाल दिया। यह हाल तब है जब शासन द्वारा फैमिली कोड जारी कर पात्रता की पुष्टि कर दी गई है। सवाल यह उठता है कि जब प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री लाखों लोगों को इस योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधा दिलाने का दावा कर रहे हैं, तो जमीनी स्तर पर लापरवाही क्यों हो रही है। पात्रों को लाभ न मिलना और कार्यालयों के चक्कर लगाना, सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। इस मामले में जिला अस्पताल के अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर क्यों पात्र लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है? क्या सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही के कारण पात्र लोगों को परेशानी हो रही है? इन सवालों का जवाब जल्द से जल्द मिलना जरूरी है।

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