गुजरात में दलितों का अंगूठा काटा जा रहा है :-जिग्नेश मेवाणी
गुजरात में दलितों पर हमलों की लंबी लिस्ट :- मेवाणी ने गुजरात में हुई कई घटनाओं का ज़िक्र किया:
-अमरेली में 19 वर्षीय दलित युवक की सरेआम हत्या
-पाटन में एक दलित बुजुर्ग को जिंदा जलाना
-सुरेंद्रनगर में एके-47 से दलित युवकों पर हमला
संतरामपुर में 11 दिन तक दलित लड़की से गैंगरेप, जिसमें भाजपा नेताओं के नाम सामने आए! उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने भाजपा नेताओं को बचाने के लिए एफआईआर ही फाड़ दी और आरोपियों को केवल 3000 रुपये का जुर्माना देकर छोड़ दिया गया। दलितों को न्याय नहीं, अपराधियों को संरक्षण :- जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि दलितों पर अत्याचार के मामलों में सजा मिलने की दर गुजरात में केवल 3 से 5 प्रतिशत है, जो बताता है कि 95 प्रतिशत अपराधी कानून से बच जाते हैं। उन्होंने इसे भाजपा सरकार की नाकामी बताया।गुजरात पब्लिक सर्विस कमीशन पर भी निशाना:- मेवाणी ने आरोप लगाया कि GPSC (गुजरात पब्लिक सर्विस कमीशन) जातिवाद का अड्डा बन चुका है, जहां दलित, ओबीसी और आदिवासी छात्रों को इंटरव्यू में जानबूझकर कम अंक दिए जाते हैं।अगस्त-सितंबर में होगा बड़ा आंदोलन :- मेवाणी ने ऐलान किया कि कांग्रेस पार्टी गुजरात में दलितों और आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अगस्त या सितंबर में एक बड़ा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा सरकार को जवाबदेह नहीं बनाया जाएगा, तब तक वंचित समाज के साथ न्याय नहीं हो सकता। जिग्नेश मेवाणी ने स्पष्ट कहा कि भाजपा सरकार की चुप्पी और लापरवाही ने दलितों और कमजोर वर्गों के खिलाफ अपराध करने वालों को खुली छूट दे दी है। कांग्रेस अब सड़कों पर उतरकर इस अन्याय के खिलाफ जनता की आवाज बुलंद करेगी।