प्रदेश अध्यक्ष ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुरुचरन सिंह राजू को किया अपमानित कार्यकताओ मे भारी रोष

मेट्रो मत न्यूज़ ( संवाददाता चेतन शर्मा दिल्ली ) दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के भीतर चल रहे अंदरूनी असंतोष को उस समय नया मोड़ मिला जब कृष्णा नगर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुरचरन सिंह राजू ने प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव की कार्यप्रणाली और व्यवहार को लेकर गहरी आपत्ति जताई है। इस संबंध में उन्होंने एक गंभीर शिकायत पत्र पार्टी नेतृत्व को भेजा है, जिसमें कई आलोचनात्मक और चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। गुरचरन सिंह राजू ने पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार मे प्रेस वार्ता कर स्पष्ट किया उन्होंने बताया 25 जून 2025 को आयोजित दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष यादव द्वारा न केवल उन्हें अपमानित किया गया, बल्कि बिना किसी विमर्श अथवा सूचना के उनके ही ज़िले में ब्लॉक अध्यक्षों की मनमानी नियुक्तियाँ की गईं।
जब उन्होंने इस पर विरोध दर्ज कराया, तो देवेन्द्र यादव ने दुर्व्यवहार करते हुए धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया और अशोभनीय भाषा में बात की।सबसे चिंताजनक टिप्पणी तब सुनने को मिली जब देवेंद्र यादव के एक सहयोगी ने कहा कि – “के. सी. वेणुगोपाल हमारी जेब में हैं, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।” इस कथन ने न केवल गुरचरन सिंह को आहत किया, बल्कि पार्टी नेतृत्व की गरिमा और संस्थागत मर्यादा पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया।राजू ने अपने शिकायत पत्र में यह भी आरोप लगाया कि हाल ही में हुए यूथ कांग्रेस चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली, पक्षपात और भेदभाव हुआ। उन्होंने कहा कि उनके पुत्र हरप्रीत सिंह, जो वर्षों से सक्रिय युवा कार्यकर्ता हैं, उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया गया। उनके पक्ष में पड़े वोटों को AI प्रणाली के माध्यम से कटवाया गया, और अपनी निजी पसंद वाले प्रत्याशी को चुनाव जितवाया गया।गुरचरन सिंह राजू ने यह भी कहा कि उनका पार्टी से जुड़ाव 1986 से रहा है और तब से वे पार्टी को ही अपना परिवार मानते आए हैं।उनकी राजनीतिक यात्रा की झलक कुछ इस प्रकार है:1992 में शहर जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष, वरिष्ठ नेताओं के साथ कई चुनावों में सक्रिय भूमिका,2012 में नगर निगम चुनाव में भारी मतों से विजय,पिछले 7 वर्षों से कृष्णा नगर जिला अध्यक्ष के रूप में सेवा।राजू ने यह भी उल्लेख किया कि उनके पिता स्व. सरदार सरूप सिंह स्वतंत्रता सेनानी और और बीस (20) साल तक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, रहे हैं, अपने पत्र के अंत में गुरचरन सिंह राजू ने पार्टी से आग्रह किया है कि प्रदेश अध्यक्ष की कार्यशैली की उच्चस्तरीय जांच की जाए। 

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