आवारा कुत्तों की समस्या पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ विजय गोयल ने की शिकायत
मेट्रो मत न्यूज़ ( संवाददाता सरिता साहनी ) पूर्व केंद्रीय मंत्री और “नो डॉग ऑन स्ट्रीट्स” अभियान के संयोजक विजय गोयल ने आज रोहिणी पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुँचकर उन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेशों की अवहेलना की। ये लोग कथित कुत्ता प्रेमी हैं, लेकिन असल में उन्होंने सरकारी काम में बाधा डाली, एमसीडी अधिकारियों पर हमला किया और उनके वाहनों को नुकसान पहुँचाया।
*सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन*
*रोहिणी में हुई घटना*
गोयल ने बताया कि कल रोहिणी सेक्टर-16 और सेक्टर-3 में एमसीडी की टीम जब आवारा कुत्तों को पकड़ने गई, तो कुछ लोग, जिन्हें स्वयं कुत्ता प्रेमी कहा जाता है, ने अधिकारियों के साथ हाथापाई की। उन्होंने सरकारी वाहन तोड़े, धमकियां दीं और पकड़े गए कुत्तों को भी छुड़ा दिया। यह न केवल सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना है, बल्कि आम लोगों की सुरक्षा के लिए भी बहुत बड़ा खतरा है।
*विजय गोयल की मांग और निर्देश*
गोयल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार काटने वाले या हमला करने वाले कुत्तों को सबसे पहले हटाया जाएगा।, पकड़े गए किसी भी कुत्ते को फिर से सड़क पर नहीं छोड़ा जाएगा।, जो व्यक्ति या संगठन इस काम में बाधा डालेगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शिकायत में दर्ज की गई धाराएँ, गोयल ने अपनी शिकायत की प्रति नगर निगम दिल्ली (MCD) को भी भेजी है और दोषियों के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत कार्रवाई की मांग की है। इनमें शामिल हैं
*धारा 125* जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना
*धारा 221* लोक सेवक को कर्तव्य से रोकना
*धारा 223* आदेश की अवज्ञा
*धारा 224* लोक सेवक को धमकी देना
*धारा 285* सार्वजनिक मार्ग में बाधा डालना
*धारा 324* शरारत और तोड़फोड़
*लोक अभियान की सक्रियता*
गोयल ने साफ किया कि जहाँ-जहाँ भी इस तरह की गुंडागर्दी होगी, उनका संगठन लोक अभियान उन तथाकथित पशु संगठनों और स्वयंभू कुत्ता प्रेमियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएगा। इसके अलावा, वे सुप्रीम कोर्ट में भी इन लोगों पर न्यायालय की अवमानना का मुकदमा दर्ज कराएंगे।
*सुरक्षा और कानून का महत्व*
गोयल ने जोर देकर कहा कि यह केवल आदेश की अवहेलना नहीं है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा का गंभीर मामला है। उनका कहना है कि कानून और न्यायपालिका के आदेशों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है। कोई भी व्यक्ति या संगठन कानून का उल्लंघन करने की हिम्मत नहीं कर सकता।
*आम नागरिकों के लिए संदेश*
गोयल ने आम नागरिकों से अपील की कि वे ऐसे लोगों को बढ़ावा न दें जो कानून तोड़ते हैं और सरकारी काम में बाधा डालते हैं। उनका कहना था कि आवारा कुत्तों की सही देखभाल शेल्टर होम्स में ही संभव है, और यह काम सभी के सहयोग से ही सफल हो सकता है। विजय गोयल ने स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी को भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश और कानून का उल्लंघन करने की छूट नहीं मिलेगी। आवारा कुत्तों की समस्या को सुरक्षित, व्यवस्थित और मानवीय तरीके से सुलझाया जाएगा। उनके अभियान का उद्देश्य न केवल कुत्तों की देखभाल करना है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है।